Table of Contents
Natural Teeth Care Guide Kaise Karein Brushing Plaque Remove aur Cavity Se Bachav
हेल्थ इस वेल्थ – एक स्वस्थ मुस्कान स्वाभाविक आत्मविश्वास देती है। लेकिन, अगर आपके दांतों पर Plaque, tatar और Cavity बनने लगती हैं, तो न सिर्फ दांत कमजोर हो जाते हैं, बल्कि आपकी समग्र स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। आज हम सही ब्रशिंग तकनीक, कैसे प्राकृतिक या आयुर्वेदिक उपचार प्लाक हटाने में मदद करते हैं, और अपने मुंह को हमेशा ताजा कैसे रखना है, इस पर चर्चा करेंगे Episode 2 of हेल्थ इस वेल्थ में।

Brushing ki Sahi Technique
सबसे पहला और महत्वपूर्ण स्टेप है ब्रश करना। बहुत लोग सिर्फ ब्रश को दांतों पर रगड़ देते हैं बिना तकनीक का पालन किए। सही ब्रशिंग से प्लाक कंट्रोल होता है और कैविटी फॉर्मेशन भी कम हो जाता है।
- 2 Times Brushing: दिन में दो बार brush करना ज़रूरी है—सुबह उठते ही और रात को सोने से पहले।
- Soft Bristle Brush: Hard bristle brush दांतों के एनामेल को नुकसान पहुँचाते हैं। हमेशा सॉफ्ट ब्रिसल ब्रश का उपयोग करें।
- 45-Degree Angle: ब्रश को 45 डिग्री पर गम लाइन के खिलाफ रखो और गोल-मोल motions में दांत साफ करो। ये Plaque हटाने में सबसे प्रभावी है।
- Tongue Cleaning: ज्यादा बैक्टीरिया जीभ पर होते हैं। जीभ को साफ करने के लिए जीभ क्लीनर या ब्रश का इस्तेमाल करना न भूलें।
- 2 Minute Rule: Brushing हमेशा कम से कम 2 मिनट तक करें।
Natural Ways to Remove Plaque aur Tartar
Plaque एक चिपचिपी परत है जो बैक्टीरिया और खाने के टुकड़ों से बनता है। अगर इसे ब्रश या फ्लॉस से नहीं हटाया गया तो यह टार्टर में बदल जाता है, जो हार्ड और पीला हो जाता है।
नेचुरल रेमेडीज के जरिए आप प्लाक और टार्टर को कंट्रोल कर सकते हैं।:
- Oil Pulling: आयुर्वेद का एक पुराना तरीका है जिसमें नारियल या तिल के तेल को 5–10 मिनट तक मुंह में घुमाते हैं और फिर थूक देते हैं। यह बैक्टीरिया और टॉक्सिन्स को खींचता है और प्लाक को तोड़ता है।
- Neem Twigs (Datun): नीम के दातून चबाने से जैसे एक नेचुरल टूथब्रश का काम होता है। नीम एंटी-बैक्टीरियल होता है जो प्लाक का जमा होना रोकता है।
- Baking Soda with Salt: कभी-कभी ब्रश करते वक्त बेकिंग सोडा और थोड़ा सा नमक इस्तेमाल करना दांतों से दाग और जमा को हटाने में मदद करता है। लेकिन इसे रोज़ इस्तेमाल न करें, बस हफ्ते में एक बार।
- Amla (Indian Gooseberry): आंवला में विटामिन C भरपूर होता है, जो मसूड़ों की सूजन को कम करता है और दांतों को मजबूत बनाता है। नियमित रूप से आंवला खाना या आंवला पाउडर का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है।
- Clove Oil: अगर गम्स में दर्द या सूजन है तो लौंग के तेल को थोड़ा सा कॉटन पर लगा कर लगाएँ। ये न सिर्फ बैक्टीरिया को मारता है बल्कि मुँह को ताजगी भी देता है।

Kaise Bachayein Cavity Se
कैविटीज तब बनती हैं जब बैक्टीरिया शुगर को एसिड में बदलते हैं और वह एसिड एनामेल को क्षति पहुँचाता है। प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपचारों के अलावा आपको कुछ आहार और जीवनशैली में बदलाव भी करने होंगे:
- Sugar Control: अधिक मिठाई, चॉकलेट, और ठंडे पेय कैविटी के सबसे बड़े दुश्मन हैं। इनसे बचें।
- Fiber-Rich Fruits and Veggies: सेब, गाजर और ककड़ी जैसे crisp fruits नेचुरल टूथब्रश की तरह काम करते हैं और दांतों को साफ करते हैं.
- Green Tea: इसमें कैटेचिन होते हैं जो बैक्टीरिया से लड़ते हैं और सांसों को ताज़ा रखते हैं।
- Calcium-rich Diet: दूध, पनीर, दही और तिल के बीज दांतों को मजबूत बनाते हैं।
- Regular Dental Check-up: साल में एक बार डेंटिस्ट से चेक-अप कराना कैविटी और टार्टर से बचने का सबसे आसान तरीका है।
Ayurvedic Remedies for Oral Health
आयुर्वेद में ओरल केयर को दंत धावन और गंडुष की कैटेगरी में रखा गया है। ये Remedies सैकड़ों सालों से फॉलो की जा रही हैं:
- Triphala Churna Water Rinse: Triphala एक डिटॉक्सिफाईंग आयुर्वेदिक मिक्स है जो बैक्टीरिया को मारता है और दांतों को मजबूत बनाता है। हरड़, बहेड़ा और आंवला मिलकर इससे तैयार होता है।
- Herbal Mouthwash: नीम, तुलसी और पुदीना के पत्तों को उबालकर उसका पानी माउथवॉश की तरह इस्तेमाल करें। यह ताजा सांस और प्लाक हटाने दोनों में प्रभावी है।
- Liquorice (Mulethi) Stick: मुलैठी की लकड़ी से दांतों को हल्के से रगड़ना दांतों के लिए एक प्राकृतिक क्लीनज़र का काम करता है। यह मसूड़ों की मजबूती भी बढ़ाता है।
- Turmeric Paste: हल्दी एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी और बैक्टीरियाई जड़ी-बूटी है। हल्दी पाउडर को सरसों के तेल के साथ मिलाकर ब्रश पर लगाकर दांत साफ करना टार्टर और रक्तस्राव वाले मसूड़ों दोनों में सहायक है।
Mouth Fresh aur Clean Kaise Rakhein
- दिन भर पानी ज्यादा पिएं ताकि food particles निकल जाएं।
- धूम्रपान और तंबाकू से दूरी बनाकर रखें क्योंकि ये दांतों ko stain करता है और गम को कमजोर बनाता है.
- हर मील के बाद साधे पानी से mouth rinse करें.
- सौंफ, इलायची या लौंग चबाना एक नैचुरल माउथ फ्रेशनर है।
Conclusion
ब्रशिंग का सही तरीका, रोज़ाना ओरल हाइजीन और प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपचार अपनाकर आप प्लाक, टार्टर और कैविटीज़ से आसानी से बच सकते हैं। आर्टिफिशियल माउथवॉश और केमिकल-बेस्ड टूथपेस्ट कभी भी प्राकृतिक उपचारों जितने सुरक्षित नहीं होते। नीम, लौंग, आंवला, हल्दी और तेल खींचने जैसे देसी टिप्स आपकी मुस्कान को नेचुरली ब्राइट बनाएंगे।
स्वस्थ दांत का मतलब है स्वस्थ शरीर, क्योंकि साफ मुंह पाचन और इम्युनिटी दोनों को सुधारता है। अपने दैनिक जीवन में थोड़ा समय अपने दांतों की देखभाल में लगाएं और अपनी मुस्कान को हमेशा खिलता हुआ बनाए रखें।